नालंदा विश्वविद्यालय : शिक्षा का गौरवशाली केन्द्र जो चरमपंथ की भेंट चढ़ गया – भाग-1

ह्वेनसांग ने एक वर्णन में लिखा है कि-" एक द्वार महाविद्यालय में खुलता है, जो मध्य के आठ भवनों से अलग खड़ा था। उसके अत्यधिक सुसज्जित मीनार और परियों की…

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साम्राज्य का विस्तार करने के लिए मगध सम्राट बिंबिसार ने नायाब तरकीब अपनायी…

भारत के राजवंशों की कहानी पार्ट- 3 --------------- मगध सम्राट बिंबिसार यद्यपि महात्मा बुद्ध के अनुयायी थे, किंतु अन्य धर्मों के प्रति भी वे बड़े सहिष्णु थे। बौद्ध ग्रंथ दीघनिकाय…

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सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने वाले भारत के राजवंशों की कहानी, पार्ट- 2

 "मगध के राजवंशों का आरंभिक इतिहास अंधकार में छिपा है। इस कारण मगध का प्रारंभिक इतिहास 'हर्यंक कुल' के प्रसिद्ध राजा "बिंबिसार" से प्रारंभ होता है। "मगध" को दिग्विजय और…

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ईसा पूर्व से भारत की आजादी के पूर्व तक के भारत के राजवंशों की कहानी ! पार्ट-1

भारत के राजवंशों की एक लंबी कहानी और सूची है, जो ईसा पूर्व से भारत की आजादी के पूर्व तक के राजवंशों की कहानी मिलती है। मुख्य राजवंशों में हर्यक…

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बौद्ध महोत्सव पर सेमिनार : ‘माइंडफूलनेस- द वे ऑफ कनफ्लिक्ट रेजोल्यूशन’ का आयोजन

बौद्ध महोत्सव के अंतिम दिन श्रीलंका, सिक्किम और थाईलैंड के कलाकारों ने अपनी-अपनी भाषा और शैलियों में नृत्य-गीत प्रस्तुत किये, वहीं म्यांमार और लॉओस के कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य और…

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भारत की सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने में सातवाहन काल की अमूल्य देन

मेगास्थनीज यात्री ने सातवाहन का विवरण एक शक्तिशाली राजा के रूप में अपने यात्रा वृतांत में किया है। उसके अनुसार सातवाहन के पास विशाल सेना थी और उसने 30 बड़े…

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शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर कौमुदी महोत्सव का शुभारंभ

उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक स्थल की खोज बौद्ध विद्वान एवं इतिहासकार डॉक्टर शत्रुघ्न दांगी ने वर्षों पूर्व की थी। उन्होंने बुद्धपहाड़ी की खोज वर्ष 1965 में ही की थी,…

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ब्रिटिश जमाने में मशहूर था टिकारी राज का दशहरा

महाराजा कैप्टन गोपाल शरण के जमाने में टिकारी राज का दशहरा काफी मशहूर हो गया था। सज्जित दूर्गामहल में दशहरे के अवसर पर स्थापित दुर्गा की मूर्ति का दर्शन करने के…

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गया : केशपा की ऐतिहासिकता को जानने आई फ्रांसीसी टीम

राज्य एवं केन्द्र सरकार को ऐसे प्राचीन धरोहरों, पुरातात्विक एवं धार्मिक स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण समझते हुए अधिक विकास करने की आवश्यकता है, जिससे कि आम लोगों…

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विदेशी महिलाओं में भी पितरों के प्रति आस्था जगी

पितरों को मोक्ष और हेवेन (स्वर्ग) की प्राप्ति हेतु विदेश की महिलाएं तथा पुरुष "विष्णु धाम"-'गया जी' पधारे और श्राद्ध कर्मकांड को संपन्न किया। यह जानकर कि भारतीय संस्कृति और…

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