Tuesday, November 4, 2025
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जनता दल ( यू ) अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की बैठक: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर स्वीकृति और संकल्प

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कार्यों से सिद्ध कर दिया है कि वंचित, शोषित और अति पिछड़ा का उनसे बड़ा हिमायती और कोई नहीं है। अब आवश्यकता है इन सभी कार्यों को गांव- गांव, घर-घर और जन-जन तक पहुंचाने कीसभी  ने इसे एक स्वर में स्वीकृति दी और संकल्प लिया। 2025 में उनके ही नेतृत्व में फिर एनडीए सरकार के गठन में हर संभव योगदान देने का पूर्ण विश्वास जताया।

बिहार प्रदेश जनतादल यू.के अति पिछड़ा वर्ग की बैठक चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी की अध्यक्षता में भव्य कर्पूरी सभागार पटना में दिनांक 26 मार्च 2025 को संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए भारत सरकार के मंत्री एवं जनता दल यू.के वरिष्ठ नेता डॉक्टर रामनाथ ठाकुर ने कहा कि अति पिछड़ा परिवार को किसी के सामने हाथ पसारने की जरूरत नहीं है,बल्कि एकजुट रहने का समय है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर ने भी किसी के सामने हाथ नहीं फैलाया था।

इस बैठक में बड़ी संख्या में जिला के अध्यक्षगण, प्रदेश के पदाधिकारीगण एवं प्रभारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर बैठक को संबोधित करने वाले में मंत्री शीला मंडल, मंत्री मदन सहनी, राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रसाद,राज्य प्रवक्ता अरविंद निषाद, अंजुम आरा, पूर्व सांसद कहकंशा प्रवीण,प्रकोष्ठों के प्रभारी नवीन कुमार आर्या, पूर्व बाल संरक्षण आयोग अध्यक्षा प्रमिला प्रजापति, पूर्व मंत्री लक्ष्मेणेश्वर राय, पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर धर्मेंद्र चंद्रवंशी, विजय कुमार निषाद विधायक सह पूर्वअध्यक्ष,पूर्व अध्यक्ष सीताराम दुखाड़ी, गया जिला अध्यक्ष विनोद कुमार एवं गया जिला प्रवक्ता डॉक्टर शत्रुघ्न दांगी और प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा आदि ने भाग लिया। सभागार राज्य के प्रमुख प्रभारियों व अधिकारियों से खचाखच भरा था।

वक्ताओं ने विकास पुरुष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों को एक-एक कर गिनाया। सभी ने कहा कि श्री नीतीश कुमार ने बिना भेद-भाव के सभी के लिए सबों के हित में विकास का कार्य किया। उन्होंने बिहार में बिजली, सड़क, जल-नल आदि बुनियादी सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाया। इतना ही नहीं जो बिहार के लोग बाहर जाते थे, वह जाना कम हुआ है। बिहारी कहलाने में अब दूसरे राज्यों में सभी गर्व महसूस करते हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने 19 वर्षों के कार्यकाल में जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों और आदर्शों को जमीन पर उतारने की पहल की तथा उनके सपनों को साकार करने की भरपूर प्रयास किया है। उनके अथक प्रयत्नों के कारण ही आज समाज के कमजोर तबकों में आत्मविश्वास पैदा हुआ और उनके भीतर विकास की भूख जगी है। न्याय के साथ विकास के लक्ष्य पर पूरी निष्ठा के साथ चलते हुए उन्होंने समाजवादी दृष्टि को न केवल चरितार्थ किया बल्कि उसे नया आयाम भी दिया। उन्होंने पिछड़ी जातियों को अति पिछड़ा वर्ग के रूप में नई पहचान दी। यह जाति से जमात की ओर बढ़ने की एक नई पहल थी,जिससे उनकी राजनीतिक पहचान बनी। आज वही अति पिछड़ा वर्ग जदयू का सर्वाधिक महत्वपूर्ण आधार है। उन्होंने पिछले 19 वर्षों में जो कार्य किया वह आज मिल के पत्थर साबित हुए हैं।

उनमें पंचायती राज व्यवस्था एवं नगर निकाय में आरक्षण, अति पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन, न्यायिक सेवा में आरक्षण, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग प्री- मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग प्रवेशिकोत्तर छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग मेधावृत्ति योजना, अक्षर आंचल योजना आदि प्रमुख हैं।

इसके अलावा सभी जिलों में जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास योजना, मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास अनुदान योजना, छात्रावासों में खाद्यान्न आपूर्ति योजना, प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कौशल विकास योजना, मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना आदि।

पंचायतों का चुनाव जो 22 वर्षों से रुका था उसे पटरी पर ले आना, पंचायत में महिला सहित अन्य पिछड़े, अल्पसंख्यक, दलित व अत्यंत पिछड़ा वर्ग की भागीदारी देना, 2005 में जब से उन्होंने सत्ता संभाली तब से बिहार प्रगति पर ऊचाइयां छू रही है। वर्ष 2006 में बिहार देश का पहला राज्य बना, जहां अति पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन हुआ और आरक्षण का प्रावधान साकार हुआ।

इस प्रकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कार्यों से सिद्ध कर दिया है कि वंचित, शोषित और अति पिछड़ा का उनसे बड़ा हिमायती और कोई नहीं है। अब आवश्यकता है इन सभी कार्यों को गांव- गांव, घर-घर और जन-जन तक पहुंचाने की। सभी  ने इसे एक स्वर में स्वीकृति दी और संकल्प लिया। 2025 में उनके ही नेतृत्व में फिर एनडीए सरकार के गठन में हर संभव योगदान देने का पूर्ण विश्वास जताया।

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