विलुप्ति के कगार पर बिहार का राजकीय पक्षी “गौरैया”
आधुनिक बनावटी जीवन शैली ने प्रकृति से लोगों का मधुर संबंध और रिश्ता खत्म कर दिया है। देश के पेड़-पौधों की हरियाली,फूस और खपड़े के घर प्रायः अब पूरे देश…
आधुनिक बनावटी जीवन शैली ने प्रकृति से लोगों का मधुर संबंध और रिश्ता खत्म कर दिया है। देश के पेड़-पौधों की हरियाली,फूस और खपड़े के घर प्रायः अब पूरे देश…
विश्व में बढ़ते प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन ने प्रकृति और मानव के अस्तित्व को इस चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है कि यह कहना मुश्किल हो गया…
मृतप्राय हो चुके नहरों, तालाबों, पोखरों और कुओं को फिर से जिंदा करना होगा। जबकि शहरों के कूड़े-कचरों से मर रही नदियों को बचाने के लिए ठोस सरकारी नीतियों की…