Tuesday, November 4, 2025
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थैलासीमिया मुक्त्त भारत की ओर एक डिजिटल कदम…!

नई दिल्ली, फाउंडेशन अगेंस्ट थैलासीमिया संस्था अपने मिशन “थैलासीमिया मुक्त्त भारत – 2025” के तहत एक महत्वपूर्ण डिजिटल कदम अपनी मोबाईल ऐप के माध्यम से उठाने जा रही है। यह कदम है, संस्था की मोबाइल ऐप। “फैट” (एफ ए टी, यानी संस्था के पूर्ण नाम का संक्षिप्त रूपांतरण) मोबाईल ऐप संस्था द्वारा देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी थैलासीमिया ग्रस्त बच्चों को समर्पित की गई।

यह ऐप एंड्रॉयड फोन्स में गूगल प्ले स्टोर्स से डाऊनलोड के लिये उपलब्ध है।

संस्था के चीफ़ पैटर्न, मदन चावला ने बताया कि यह ऐप थैलासीमिया को समर्पित भारतवर्ष की प्रथम एक ऐसी एक्सक्लुसिव ऐप है जिसमें थैलासीमिया बीमारी की जानकारी के अलावा थैलासीमिया ग्रस्त बच्चों के रेजिस्ट्रेशन्स, रक्त्तदान, थैलासीमिया कैरियर जाँच, स्टैम सैल / बोन मैरो डोनेशन शिविर आदि के लिये रेजिस्ट्रेशन्स का भी प्रावधान है। इसके अलावा इस ऐप के माध्यम से संस्था के सभी भावी प्रोग्राम्स जैसे मुफ़्त दवाइयाँ वितरण, रक्ततदान शिविर, हैल्थ कैम्प्स, थैलासीमिया कार्नीवल्स आदि की भी ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध होगी।

फैट ऐप में सिक्योर्ड पेमेंट गेटवे भी है जिसके ज़रिये आप डैबिट/क्रेडिट कार्ड्स, नैट बैंकिंग, पे टी एम व अन्य कई तरीकों से संस्था को इच्छानुसार आर्थिक सहयोग दे सकते हैं। उल्लेखनीय है कि संस्था को दी जाने वाली दानराशि भारतीय आयकर अधिनियम की धारा 80जी के अंतर्गत आयकर मुक्त्त है।

केवल इतना ही नहीं इसी ऐप के ज़रीये आप संस्था के फ़ेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, लिंक्डइन, पिंटरेस्ट आदि एकाउंटस व वेबसाइट से भी जुड़ सकते हैं।

मदन चावला, जो कि स्वयं थैलासीमिया इंटरनेशनल फेडरेशन, साइप्रस द्वारा सर्टिफाइड थैलासीमिया केयर एक्सपर्ट हैं, ने आगे कहा कि हमारे देश में 40 करोड़ से भी ज़्यादा लोग स्मार्टफ़ोन का प्रयोग करते हैं। बदलते वक्त के आनुसार थैलासीमिया के प्रति जानकारी फैलाने के लिये इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ओरिएंटेड आधुनिक तरीकों को अपनाना बहुत ज़रूरी है।

संस्था के सचिव रविंद्र डुडेजा के अनुसार जब सारा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया की तारीफ़ व समर्थन कर रहे हैं, तो भला फाउंडेशन अगेंस्ट थैलासीमिया संस्था कैसे पीछे रह सकती है। उन्होंने बताया कि संस्था की गतिविधियों से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी अब आप चलते फिरते सिर्फ एक क्लिक के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

संस्था के मुख्य कार्यकरिणी समिति के सदस्य जे के भाटिया, बी दास बत्रा, पंकज चौधरी, नीरज कुकरेजा, अरुण भाटिया आदि ने वॉय.एम.सी.ए यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद की बी.टैक (कम्प्यूटर इंजीनियरिंग) की छात्रा रुपाली चावला का इस एप को निष्काम भावना से बनाने के लिये हार्दिक धन्यवाद दिया। उल्लेखनीय है कि छात्रा रुपाली ने इस ऐप को दिन रात मेहनत करके एक रिकॉर्ड समय मे तैयार किया ताकि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर संस्था द्वारा यह ऐप थैलासीमिया मुक्त्त भारत के मिशन के तहत लांच की जा सके।

संस्था की समस्त कार्यकरिणी समिति ने इस अवसर पर अपनी शपथ को दोहराया कि वो भारतवर्ष को थैलासीमिया मुक्त्त करने के अभियान को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिये ऐंसे ही हर सम्भव कदम उठाती रहेगी।

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