You are currently viewing योगी सरकार की बहुप्रतीक्षित परियोजना ‘फिल्म सिटी’ से बनेगी उत्तर प्रदेश की ग्लोबल इमेज

योगी सरकार की बहुप्रतीक्षित परियोजना ‘फिल्म सिटी’ से बनेगी उत्तर प्रदेश की ग्लोबल इमेज

** राजीव निशाना **

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में बन रही ‘‘ फिल्म सिटी’’ की प्रगति की समीक्षा की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस परियोजना को छह महीने के अंदर धरातल पर उतारा जाये। राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, फिल्म परियोजना को पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये हैं।

योगी सरकार की यह परियोजना साकार रूप ले लेती है तो यकीन मानिए, उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल जायेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि, यूपी की नयी फिल्म सिटी फिल्म निर्माताओं, धारावाहिक, सीरियल, एवं टीवी शो निर्माताओं एवं कलाकारों की पहली पसंद होगी।

फिल्म सिटी विकसित होने से राज्य के सेवा क्षेत्र, होटल उद्योग, पर्यटन क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यूपी में रोजगार के इतने साधन उपलब्ध हो जायेंगे कि यहां रोजगार के लिए अन्य प्रदेशों के लोग उत्तर प्रदेश का रूख करने लगेंगे। प्रस्तावित उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी के आस-पास की जमीन तो पहले ही बिक चुकी है। कई किलोमीटर दूर तक की जमीन भी खाली नहीं हैं।

यूपी में फिल्म सिटी का निर्माण यमुना एक्सप्रेस वे के सेक्टर 21 में किया जा रहा हैं, जहां सात पड़ोसी राज्य के लोग आसानी से पहुंच सकते हैं। जेवर एयरपोर्ट से फिल्म सिटी की दूरी महज 5 किलोमीटर है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय इंदिरा गांधी हवाई अड्डा से फिल्म सिटी की दूरी 80 किलोमीटर है।

योगी सरकार का मानना है कि उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी विकसित हो जाने पर नये कलाकारों को भी विशेष अवसर प्राप्त होंगे। फिल्म सिटी के विकास को लेकर कई फिल्म मेकर्स से फीडबैक के आधार पर निर्माण के क्रम में कई बदलाव भी किये गये हैं।

राज्य सरकार ने 2021 में पहली बार उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी निर्माण के लिए टेंडर जारी किया था। फिर 2022 में कई संशोधनों के साथ फ्रेश टेंडर जारी किया गया। योगी सरकार उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी को विश्व स्तरीय फिल्म सिटी बनाना चाहती है। इसके लिए चरणबद्ध तरीके से इसे विकसित करने की पहल की जा रही है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, प्रस्तावित फिल्म सिटी में स्टेट ऑफ आर्ट स्टूडियो, प्री प्रोडक्शन व पोस्ट प्रोडक्शन की सुविधाएं भी उपलब्ध होगी। स्पेशल इफेक्ट्स के लिए अलग स्टूडियो बनाये जायेंगे। प्रस्तावित फिल्म सिटी में एक यूनिवर्सिटी भी खोले जाने पर सरकार पहल कर रही है।

इसके साथ-साथ फिल्म, टेलीविजन कार्यक्रम, रेडियो कार्यक्रम, विज्ञापन, ऑडियो रिकार्डिंग, फोटोग्राफी व डिजिटल आर्ट की भी सुविधा उपल्ब्ध की जायेगी। शूटिंग से संबंधित सभी मूलभूत सुविधाएं सरकार उपलब्ध करायेगी।

योगी सरकार फिल्म सिटी के माध्यम से उत्तर प्रदेश की ग्लोबल इमेज बनाना चाहती है। फिल्म सिटी की प्रस्तावित परियोजना में ही कई विदेशी निवेशकों ने इस सेक्टर में निवेश करने की इच्छा जाहिर की है। विदित हो कि 2021 में उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण की घोषणा होते ही सिंगापुर की एक कंपनी विस्टास मीडिया ने यूपी में फिल्म अकादमी बनाने के लिए 10 मिलियन यूएस डॉलर निवेश करने का प्रस्ताव सरकार को दिया है।

यूपी में नयी फिल्म सिटी पूरी तरह विकसित होने पर फिल्म सेक्टर से जुडे लोग लक्जरी फैसिलिटी की भी उम्मीद सरकार से करेंगे। ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश में रियल एस्टेट से लेकर लक्जरियस सुविधाओं के बाजार में बुलंदी आयेगी। जिससे यूपी के राजस्व की बढ़ोतरी होगी। उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी को लेकर मुंबई के फिल्म निर्माताओं, निर्देशकों और कलाकारो में भी काफी उत्साह है।
……………..

Leave a Reply