Tuesday, November 4, 2025
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डायबिटीज से मुक्ति : “ग्लुकोसिल नोर्मा” से संभव है प्राण घातक बीमारी का निदान

“वर्ल्ड डायबिटीज डे” पर छपे एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 22.8 करोड़ वयस्कों में से एक चौथाई यानी 21.02 करोड़ पीड़ित लोग भारत में है। वैश्विक स्तर पर एक रिपोर्ट के अनुसार 828 मिलियन लोगों में से भारत में लगभग 212 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। इतना ही नहीं दुनिया में मधुमेह से पीड़ित हर चार व्यक्ति में से एक व्यक्ति भारत का है, जिससे दुनिया में सबसे अधिक मधुमेह से प्रभावित देश अपना भारत ही बन गया है।

हमारे शरीर की कोशिकाओं को जो आवश्यक पोषक तत्व की आवश्यकता होती है, वह हमारे दैनिक व्यवहार के भोजन से प्राप्त नहीं होते। इस कारण विभिन्न प्रकार के असाध्य रोगों से हम ग्रसित हो जाते हैं जैसे- शुगर, हार्ट- प्रॉब्लम, घुटनों व जोड़ों में दर्द, गैस, थायराइड, कैंसर, लीवर, किडनी, हाई-लो ब्लड प्रेशर, पक्षाघात,आंखों की रोशनी में कमी, दिल व दिमाग का दौरा,स्त्री एवं पुरुषों के जनेंद्रिय रोग आदि। इससे निजात पाने के लिए रुस के बने “आर्ट-लाइफ” हर्बल प्रोड्क्ट्स का प्रयोग कर हम सदा के लिए रोगों से मुक्ति पा सकते हैं और लंबी उम्र की प्राप्ति कर सुखी जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

विदेशों में इंग्लैंड, अमेरिका, जर्मन और रूस आदि देशों के बाद अब भारत में भी दिल्ली स्थित नोएडा-63 में नैनो, बायो  एवं मेट्रिक्स टेक्नोलॉजी सिस्टम से बड़े पैमाने पर आर्ट लाइफ के उत्पाद (प्रोडक्ट्स) का निर्माण हो रहा है। जानने योग्य बात यह है कि हमारे शरीर की कोशिकाओं को जिन आवश्यक पोषक-तत्वों की आवश्यकता होती है, वह हमारे दैनिक व्यवहार की भोजन से नहीं मिलते, जिसके कारण हम विभिन्न प्रकार के असाध्य बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं। परन्तु,उसका निदान इस “आर्ट-लाइफ हर्बल-प्रोडक्टस” में शत-प्रतिशत है।

एक रिपोर्ट के अनुसार डायबिटीज से दुनिया में सबसे अधिक प्रभावित देश अपना भारत ही है। दुनिया में डायबिटीज से पीड़ित हर चार व्यक्ति में से एक व्यक्ति भारत का ही है। “वर्ल्ड डायबिटीज डे” पर छपे एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 22.8 करोड़ वयस्कों में से एक चौथाई यानी 21.02 करोड़ पीड़ित लोग भारत में है।

वैश्विक स्तर पर एक रिपोर्ट के अनुसार 828 मिलियन लोगों में से भारत में लगभग 212 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। इतना ही नहीं दुनिया में मधुमेह से पीड़ित हर चार व्यक्ति में से एक व्यक्ति भारत का है, जिससे दुनिया में सबसे अधिक मधुमेह से प्रभावित देश अपना भारत ही बन गया है।

भारत में मधुमेह मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बहुत तेजी से बढ़ रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद WHO के एक आंकड़ों के अनुसार 2023 में 10.01 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित थे। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार 77 मिलियन लोग 18 वर्ष से अधिक आयु के लोग मधुमेह से भारत में पीड़ित हैं।

डायबिटीज, शुगर या मधुमेह- ‘इन्सुलिन’ के कारण ही ‘ग्लूकोज’ ब्लड के माध्यम से पूरे शरीर में जाता है, जिससे हमारे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है,जो बिना इन्सुलिन के संभव नहीं है। यही जब पैंक्रियाज से उचित मात्रा में एक्टिव इंसुलिन निकलना बंद हो जाता है,तो इसके कारण ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ने लगता है, इस स्थिति को डायबिटीज,मधुमेह व शुगर कहते हैं।

आर्ट-लाइफ वेलनेस-प्रोडक्टस द्वारा इस बीमारी का शत-प्रतिशत निदान है। निदान का मुख्य घटक ग्लूकोसिल-नार्मा है। ग्लूकोसिल(Glucosil) नार्मा की एक गोली में निम्न लिखित उच्च तकनीक से घटकदलों का सम्मिश्रण शामिल है यथा :–ब्लूबेरी, भोज पत्ती, नेटल पत्ती,काऊबेरी पत्ती, आर्टिचोक जड़,इन्यूला जड़,आर्टिचोक जड़,बुर्डाक सत, रास्पबेरी सत,पुदीना, नागदोन सत, जिंकगोबिलोवा सत, नाटबीड,जिंक ऑक्साइड,पाइकोलिनेट, ब्रोमेलिन, पैंटोथेनेट,क्यूरियोसिटीन,काएंजाइम, मैंगनीज सल्फेट, लहसुन, ऑक्टाकोनैजोल, विटामिन-ई,पैंटोथनेट, कैल्शियम-डी,एल कार्निटाइन,विटामिन-ए, विटामिन- बी-1, विटामिन बी-2, विटामिन -6,चंविटामिन बी-12 और विटामिन डी-3 आदि सम्मिलित हैं।

मधुमेह एक आम बीमारी है जो हर उम्र के लोगों को हो सकता है। मधुमेह से पीड़ित करीब 10% लोग टाइप-1 से पीड़ित होते हैं। बच्चों और युवा वयस्कों के अलावा किसी भी उम्र वाले को यह बीमारी हो सकती है। शुगर को समय पर नियंत्रित नहीं करने पर यह नसों को भी विनष्ट करता है। टाइप-1 या टाइप-2 डायबिटीज दोनों ही गंभीर स्थितियां पैदा करती हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बनती है। टाइप-1 होने पर आपका शरीर इंसुलिन बिल्कुल ही नहीं बना पाता।

मधुमेह के निम्नलिखित प्रमुख लक्षण हैं- -1. भूख अधिक लगना 2. थकान अधिक होना 3. बार-बार पेशाब लगना और 4. अधिक प्यास लगना आदि। डायबिटीज के कारण शरीर में ब्लड शुगर बढ़ने पर- सिर दर्द, छाती दर्द, तेजी से वजन कम होना, सांस फूलना, धड़कन का बढ़ना और अंत में हाथ-पैर में सूजन आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। इतना ही नहीं पैरों में ऐंठन, सुन्नपन,तेज दर्द,घाव होने पर देर से ठीक होना आदि भी विशेष लक्षण प्रकट होते हैं।

विशेष खतरा:-किडनी डैमेज होने से बार-बार पेशाब लगना, भूख न लगना, हाथ-पैर और आंखों में सूजन आदि लक्षण दिखाई देते हैं। बॉडी में फिल्टरिंग ठीक तरह से नहीं होने के कारण ‘डायबिटिक-रेटिनोपैथी’ नामक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है और धुंधलापन तथा दृष्टि में कमी हो जाती है। आगे चलकर यही अंधेपन होने का भय बना रहता है।

बाजार में बिकने वाली डायबिटीज के अधिकतर इलाज का आधार “मेटफार्मिंन” के आधार पर ही बनी दवाएं हैं। यदि आप टाईप-2 डायबिटीज के मरीज हैं और आपकी उम्र 40 वर्ष या ऊपर की है तो अपने इलाज में इन दवाओं के प्रयोग से दूर रहें। ऐसी दवाएं जिसमें मेटाफार्मिन है,ये सभी दवाएं खून में इंसुलिन का स्तर बहुत अधिक बढ़ा देती है, जिससे खून बहुत गाढ़ा हो जाता है और इस कारण जिगर (लीवर), गुर्दा (किडनी) और मल उत्सर्जन करने वाले अन्य अंगों को प्राय: नष्ट कर देती है। आप सोचें यदि पेट का एसिड आपके आंतरिक अंगों में भर जाए तो क्या होगा ? यह कोशिकाओं को नष्ट करता है और इससे 28% कैंसर विकसित होने का खतरा बन जाता है। कोलेस्ट्रॉल को तेजी से जमने के कारण ब्लड प्रेशर 98% रक्तचाप से पीड़ित हो जाता है और हृदय समस्या पैदा करती है। पेट में अल्सर होने का डर,सर में तेज दर्द,कानों में आवाज का गुंजन,गुर्दा में पथरी,कैंसर आदि की भी समस्या तथा अंधापन होने का भय रहता है।

इन बीमारियों से निजात पाने के लिए आप एकमात्र रुस के बने “आर्ट-लाइफ प्रोडक्ट्स” का प्रयोग कर निरोग बने। डायबिटीज से मुक्ति पाने के लिए “ग्लूकोसिल-नार्मा” नामक अति अनुशंसित प्रोडक्ट की प्रथम दो-दो गोली सुबह-शाम लें। अति शीघ्र लाभ के लिए भोजन के बाद आर्ट- लाइफ का ही प्रोडक्ट ‘ओलीप्रेन’ और ‘बुर्डाक सी’ एक-एक गोली लें और दोपहर में एक कैप्सूल “नोभोमेजिन” तथा रात्रि में भोजन के बाद लिवर के लिए एक गोली ‘हेपर-फार्मूला’ को लें जिसके प्रयोग से डायबिटीज से सदा के लिए मुक्ति पायें।

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