सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है बिहार का प्रमुख पुरातात्विक स्थल कुर्किहार
बिहार का ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं बौद्ध जगत का अति महत्वपूर्ण प्रसिद्ध स्थल कुर्किहार उपेक्षा का अब तक दंश झेल रहा है। जबकि यहां से प्राचीन जमाने में कांस्य कला की…
बिहार का ऐतिहासिक, पुरातात्विक एवं बौद्ध जगत का अति महत्वपूर्ण प्रसिद्ध स्थल कुर्किहार उपेक्षा का अब तक दंश झेल रहा है। जबकि यहां से प्राचीन जमाने में कांस्य कला की…
वर्तमान समय में अभी भी वहां तोडी़ गई मूर्तियों और प्रतिमाओं के ढेर सारे अवशेष बिखरे पडे़ हैं, जिसे 1980 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में लिए जाने के बाद…
बौद्ध विद्वान एवं पुरातत्व वेत्ता डॉक्टर शत्रुघ्न दाँगी के निर्देशन में ग्रामीणों, बुद्धिजीवियों एवं बुजुर्गों का एक खोजी दल बिहार राज्य के गया जिला अंतर्गत इमामगंज प्रखंड के बुद्ध…
विश्व पटल पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मगध की धरती जहां एक और ऐतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक तथा पर्यटन की दृष्टि में महत्वपूर्ण एवं प्रसिद्ध रही है, वहीं नवपाषाण काल, बौद्ध काल…
पंजाब की धरती पर पन्द्रहवीं सदी में जन्में गुरु नानक देव जी महाराज एक महान् क्रांतिकारी, युग प्रवर्तक और अंधविश्वास, ढोंग- ढकोसला ,जादू टोना आदि समाज में फैले कुप्रथा के…
"पितरि प्रीतिमापन्ने प्रियंते सर्व देवता" पितरों का पर्व पितृपक्ष आश्विन मास या कुंवार मास के कृष्ण पक्ष में 15 दिनों का होता है किंतु पितृ पक्ष की गणना जब भाद्र…
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की इकाई "भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद्,नई दिल्ली" ने वर्ष 2021-23 के 2 वर्षों के लिए भारतीय एवं एशियाई देशों के इतिहास के सम्मानित विद्वान…
मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कर लिया गया लेकिन भोजपुरी तो रेस में भी नहीं है। अगर भोजपुरी भाषा को राष्ट्रीय स्तर का सम्मान दिलाना है…
बौद्ध परंपरा में बुद्ध पूर्णिमा का बड़ा महत्व है। बौद्ध जगत में यह दिन परम पावन और श्रेष्ठ माना जाता है । सिद्धार्थ गौतम के जीवन से जुड़ी तीन प्रमुख…
ककोलत, बिहार का सुप्रसिद्ध गौरवमयी जलप्रपात है, जो श्रृृंगारित प्राकृतिक सुषमाओं के बीच 160 फीट ऊँचे महावर पर्वत से अहर्निश प्रवाहित होकर सीधा धरती पर अवतरित होता है। ऊंचे शिखर…