Tuesday, November 4, 2025
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“खेलो इंडिया यूथ गेम्स” ने बिहार को दिलायी नयी पहचान

बिहार के खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बोधगया स्थित बिपार्ड में आयोजित “गतका” प्रतियोगिता में बिहार की टीम ने सर्वाधिक 9 पदक हासिल किये। यह अपने आप में बिहार के लिए कीर्तिमान स्थापित की है। योग आदि अन्य प्रतियोगिताओं में भी बिहार की टीम ने अनेक पदक हासिल किये हैं।

“खेलो इंडिया यूथ गेम्स”- 2025 का शुभारंभ बिहार में पहली बार किया गया, जिसमें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के सातवें संस्करण के तहत प्रदेश में पटना, गया, राजगीर, भागलपुर और बेगूसराय शामिल हैं। इनमें देश भर के 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 10000 खिलाड़ी, प्रशिक्षक, सहयोगी स्टाफ और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हुए। इस खेल का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संबोधन से दिनांक चार मई से आरंभ हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपस्थित रहे।

बिहार में खेलों का बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार के विकास पुरुष से अभिहित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने “खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2025” के तहत विभिन्न खेल प्रति स्पर्धाओं का आयोजन कर अब विश्व में खेलों के एक बेहतरीन आयोजन स्थल के रूप में बिहार की नई पहचान दिलाई है। खेलों के इस समर में डेढ़ दर्जन से अधिक राज्यों के युवा खिलाड़ी यहां आए और खेल के इस ऐतिहासिक आयोजन में अपनी अमिट छाप छोड़ी।

विश्व स्तरीय ट्रेनिंग सेंटर गया का बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) और बोधगया स्थित आईआईएम संस्थान के परिसर में संपन्न होने वाले आयोजित कुल सात खेलों का समापन 14 मई 2025 को हुआ। उसमें तैराकी, खो-खो, थां-गाट, योग, गतका, मलखम और कलारी-पट्टू शामिल हैं । बिपार्ड संस्थान में बना खेल-परिसर स्थित खासकर इसका “स्विमिंग-पूल” अंतरराष्ट्रीय मानक का रूप है, जिसे थोड़ा और आधुनिक तरीके से व्यवस्थित कर इसे ‘खेलो इंडिया’ की प्रतियोगिता के लायक बनाया गया।

“बिपार्ड” भवन से पीछे 10:30 एकड़ का मैदान है, जिसे खेल परिसर के लिए तैयार किया गया। इसमें एक छोटा फुटबॉल मैदान के अलावा साइकलिंग ट्रैक, जोकिंग ट्रैक है। इसके अलावा 100 मीटर एवं 200 मीटर की दौड़ के लिए एक खास स्प्रिंटेड ट्रैक और वालीबाल, बास्केटबाल, लॉन टेनिस कोर्ट जैसी सुविधाएं मौजूद की गई। यहां ओलंपिक आकार का स्विमिंग पूल, 30 मीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सभी मानकों को पूर्ण करनेवाली है।

बोधगया विश्वविद्यालय के पास ही राष्ट्रीय स्तर का “आईआईएम” संस्थान का बड़ा परिसर जर्मन हैंगर लगाकर मसकम, योगासन जैसी प्रतियोगिताएं संपन्न कराई गई। बिहार के खिलाड़ियों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बोधगया स्थित बिपार्ड में आयोजित “गतका” प्रतियोगिता में बिहार की टीम ने सर्वाधिक 9 पदक हासिल किये। यह अपने आप में बिहार के लिए कीर्तिमान स्थापित की है। योग आदि अन्य प्रतियोगिताओं में भी बिहार की टीम ने अनेक पदक हासिल किये हैं।

बिहार के सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने बिपार्ड परिसर में आयोजित खेलो इंडिया गेम्स के तहत योग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। डॉक्टर कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि “योग” भारत की प्राचीन परंपरा का एक अनमोल उपहार है तथा यह जीवन का अभिन्न अंग भी है। इससे मनुष्य के दिमाग और शरीर दोनों ही स्वस्थ एवं बलशाली बनते हैं। मनुष्य और प्रकृति के बीच यह सामंजस्य स्थापित करता है।

वर्ष 2023 में योग दिवस की शुरुआत थीम “वन वर्ल्ड वन हेल्थ” यानी वसुधैव कुटुंबकम को ध्यान में रखकर इसे विश्व स्तरीय रूप देने का सराहनीय कार्य भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। योग के आठ सूत्रों में -यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि आते हैं। भगवत गीता में तीन प्रमुख योगों को बताया गया है वे हैं -कर्म योग ,भक्ति योग और ध्यान योग। डाक्टर प्रेम कुमार ने बताया कि प्रदूषण युक्त दुनिया और आधुनिक जीवन शैली में स्वस्थ रहने तथा तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए प्रतिदिन एक घंटा योग करना स्वस्थ एवं निरोग प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यक है।

भागलपुर की महिका कुमारी और सुपौल की प्रिया प्रेरणा ने “थां-गटा” में स्वर्ण पदक पाकर बिहार का मान बढ़ाया, वहीं खुशी यादव ने 2000 मीटर स्टीपलचेज में स्वर्ण पदक जीतकर बिहार का मान बढ़ाया। उज्जवल सिंह जहानाबाद के 241 किलो भार वजन उठाकर “वेट- लिफ्टिंग” में कांस्य पदक लिया। वहीं अररिया के लक्की 60 किलो वर्ग में (पहुनाबा अनुसूबा) में कांस्य पदक और भागलपुर की सुभाक्षी ने “थां-गटा” के 52 किलो वर्ग (पहुनाबा अनुशुबा) में कांस्य पदक लिया। अंतिम दिन बॉक्सिंग में बिहार के प्रियांशु और शिवम कुमार ने कांस्य पदक जीतकर बिहार का खाता खोला।

महाराष्ट्र ने 56 स्वर्ण और कुल 149 पदक जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं हरियाणा ने 35 स्वर्ण और कुल 107 पदक प्राप्त कर द्वितीय स्थान तथा राजस्थान ने 22 स्वर्ण और कुल 55 पदक प्राप्त कर तृतीय स्थान पर रहे।

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के डीजी रवींद्रण शंकरण ने बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन पर गर्व महसूस किया है। उन्होंने कहा कि बिहार के खिलाड़ियों को इस बार इतिहास रचे दिया। आने वाले दिनों में बिहार के खिलाड़ी इसे और भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।

राष्ट्रीय स्तर पर बिहार में पहली बार आयोजित “खेलो इंडिया यूथ गेम्स” की सफलता में गया के कुशल एवं लोकप्रिय जिलाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एस.एम.एवं जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी दीपक चन्द्र देव तथा अन्य पदाधिकारियों की सराहनीय भूमिका रही है।

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