April 2, 2025

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सुशांत सुसाइड : आउटसाइडर की सफलता बॉलीवुड परिवारों को रास नहीं आती

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अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत बॉलीवुड के लिए, देश के लिए, समाज के लिए और उभरते सितारों के लिए कई सवाल छोड़ गये हैंछोटे शहरों से मुंबई आने वाले लड़के एवं लड़कियां बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए किन-किन चीजों का त्याग करे, बलिदान करे। जरूरी नहीं है कि हर कोई जमीर बेच दे। कुछ के लिए आत्म सम्मान बड़ी चीज होती है। आखिर सुशांत सिंह राजपूत के साथ ऐसा क्या हुआ कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गये ?

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने बॉलीवुड में बहुत ही कम समय में अपनी पहचान बनाने में कामयाबी हासिल की, लेकिन उनकी कामयाबी पर शायद कोई नजर गड़ाये हुए था। क्योंकि बॉलीवुड में टांग खींचने वालों की कमी नहीं है। बॉलीवुड में एक ऐसा गैंग भी सक्रिय है जिसे दूसरों की सफलता रास नहीं आती। अगर वह बॉलीवुड के परिवार (खान, कपूर, चोपड़ा, जौहर ) का हिस्सा नहीं है तो यह उसके लिए आत्मसम्मान पर चोट जैसा है। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने मुंबई के अपने फ्लैट में सुसाइड कर ली है।

कहा जा रहा है कि वह पिछले छह महीने से डिप्रेशन में थे। डिप्रेशन की वजह उनके हाथ में हाल फिलहाल में एक भी फिल्म न होना बतायी जा रही है। जबकि सूत्र यह भी बताते हैं कि सुशांत ने लगातार सात फिल्में साइन की थी। लेकिन पिछले छह महीने में उनसे एक-एक करके सभी फिल्में छीन ली गई है। इससे उनको काफी सदमा लगा और वह डिप्रेशन में चले गये। एक पब्लिक इवेंट्स में सुशांत कह रहे थे कि उनकी फिल्मों को दर्शक देखे, नहीं तो बॉलीवुड के लोग उन्हें बाहर कर देंगे, क्योंकि बॉलीवुड के लिए वह बाहरी हैं।

बहरहाल, सुशांत सिंह राजपूत बॉलीवुड के लिए, देश के लिए, समाज के लिए और उभरते सितारों के लिए कई सवाल छोड़ गये हैं । छोटे शहरों से मुंबई आने वाले लड़के एवं लड़कियां बॉलीवुड में जगह बनाने के लिए किन-किन चीजों का त्याग करे, बलिदान करे। जरूरी नहीं है कि हर कोई जमीर बेच दे। कुछ के लिए आत्म सम्मान बड़ी चीज होती है। आखिर सुशांत सिंह राजपूत के साथ ऐसा क्या हुआ कि वह आत्महत्या करने पर मजबूर हो गये ?

सुशांत सिंह राजपूत पहले अभिनेता नहीं हैं जो उस लॉबी का शिकार हुए हैं। अबतक कई ऐसे अभिनेताओं एवं अभिनेत्रियों के कैरियर बरबाद कर दिये गये जिन्होंने उस लॉबी के आगे घूटने नहीं टेके। बॉलीवुड के कुछ उभरते सितारें एवं कुछ स्थापित कलाकार जिन्होंने किसी न किसी रूप में उस गैंग से टक्कर ले ली थी, आज उनमें कई गुमनामी की जिंदगी जी रहे है तो कई आज भी बॉलीवुड में मशक्कत करते देखे जा सकते हैं। प्रियांशू चटर्जी, विवेक ओबरॉय, चंद्रचूड़ सिंह, कमाल खान, नकूल कपूर, शरद कपूर, रणवीर शौरी, आकाश दीप, सोना महापात्रा कुछ ऐसे नाम है, जिनका फिल्मी कैरियर डंवाडोल रहा।

जबकि, कुछ अभिनेताओं की फिल्में पूरी बन जाने के बाद वितरक को खरीदने से मना किया गया है, तो कई निर्माता-निर्देशक को यह कहा गया कि फलांने अभिनेता एवं अभिनेत्री को काम मत देना। जबकि बॉलीवुड के कई अभिनेता अपने समकक्ष कलाकार को अपने से नीचे रखने लिए उसके हिस्से के रोल में कांट-छांट करने के लिए जाने-जाते हैं। ऐसा एक बार नहीं कई बार किया गया है और यह खबरों की सुर्खियां भी बनती रही है।

बेखौफ होकर अपनी बातों को रखने वाली अभिनेत्री कंगना राणावत का कहना है कि, बॉलीवुड में एक गैंग सक्रिय है जो आउटसाइडर को टार्गेट करता है। मतलब आउटसाइडर की सफलता उन्हें हजम नहीं होती है। वह आउटसाइडर को डराते हैं, धमकाते हैं, मानसिक प्रताड़ना देते हैं। यहां तक कि वह आउटसाइडर का मजाक भी उड़ाते हैं। उन्हें उनके अच्छे कामों की क्रेडिट भी नहीं देना चाहते हैं, जबकि बाहियात फिल्मों को अवार्ड सेरेमनी और नॉमिनेशन में भेज देते हैं।
क्योंकि, उनको लगता है कि बॉलीवुड तो हमारे बाप-दादों की जागीर है। अगर उसे बॉलीवुड में रहना है तो भाई-भाई करना होगा। हमारे आगे हाथ जोड़ना होगा, नतमस्तक होना होगा। अगर कोई आउटसाइडर ऐसा नहीं करता है तो वह उसका कैरियर बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। कंगना के बयान के बाद करण जौहर और खान लॉबी सवालों के घेरे में है।

बॉलीवुड के ज्यादातर स्थापित बैनर बाहरी लोगों को काम नहीं देते है। वह प्रतिभावान कलाकारों की जगह स्टारकिड्स को बार-बार मौका देते हैं, भले ही उसे नाचना तो छोड़ दीजिए, कैमरे के सामने ढंग से हंसना और रोना भी न आता हो। बॉलीवुड में परिवारवाद और भाई-भतीजावाद का बढ़ावा हर स्थापित कलाकारों ने दिया है। कई ऐसे स्टारकिड्स हैं जिन्हें लगातार दर्जनों फ्लॉप फिल्म देने के बाद भी मौके मिलते रहे लेकिन वहां प्रतिभावान कलाकारों को कोई पूछने वाला नहीं है। उन्हें शायद यही डर है कि अगर बाहरी कलाकार स्थापित हो गये तो उनके बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जायेगा। इसलिए आउटसाइडर की सफलता से वह चिढ़ने एवं जलने लगते हैं और उनको हर स्तर पर हानि पहुंचाने से बाज नहीं आते।

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