Tuesday, November 4, 2025
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बॉलीवुड : स्याह सच सामने आ रहा है! सफेदपोशों के चेहरे बेनकाब होंगे ?

माफियागिरी, अंडरवर्ल्ड कनेक्शन, साजिश और सियासत का कॉकटेल है बॉलीवुड

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी पुलिस अबतक किसी भी निस्कर्ष पर नहीं पहुंची है। इस घटना के बाद कई खुलासे हो रहे हैं जिससे वॉलीवुड की शीर्ष हस्तियां और अपने आपको गॉड फादर मानने वाले शक के दायरे में हैं।

सुशांत से पहले भी कई कलाकार बॉलीवुड माफियाओं के उत्पीड़न के शिकार हो चुके हैं। अगर उनके बयानों पर गौर किया जाये तो एक साजिश के तहत उन्हें काम देने से रोका जाता है। इस मामले में कई निर्माता-निर्देशक और अभिनेता बेनकाब हो चुके हैं। वह अपने पर लगाये जा रहे आरोपों का खंडन भी कर पाने में असमर्थ दिख रहे हैं। वह अपने बचाव में खुद कुछ कहने की जगह अपने चाटूकारों से बयान दिलवा रहे हैं।

बहरहाल, सुशांत के बहाने ही बॉलीवुड का स्याह सच सामने आ रहे हैं। धीरे-धीरे ही सही लेकिन वो सारी परतें अब खुल रही जिसे रोकने की भरसक कोशिश की जा रही है। क्योंकि सुशांत के मामले पर बॉलीवुड की कोई भी बड़ी हस्ती कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। यह सबसे बड़ा सवाल है कि बॉलीवुड हस्तियों की इस मामले पर खामोशी और चुप्पी की वजह क्या है।

काले धंधे और अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के लिए बॉलीवुड पहले से ही बदनाम हैं। इस चकाचौंध भरी दुनिया में एक अंधेरा पक्ष भी है, जहां कई बार माफिया, डॉन और अंडरवर्ल्ड के साथ बॉलीवुड की शीर्ष हस्तियों के संबंध जाहिर हो चुके हैं। बॉलीवुड की पेज 3 पार्टियां में कई बार ऐसे लोग भी शिरकत करते पाये गये जो काले धंधे में लिप्त हैं। उन लोगों से बॉलीवुड हस्तियों की नजदीकियां ही इस माया नगरी को सवालों के घेरे में खड़ा कर देता हैं।

कई उभरते कलाकार जिन्हें मौके नहीं दिये गये । साथ ही उनकी फिल्मी कॅरियर में रोड़ा बनने वाले, उनकी प्रतिभाओं को दमन करने का भी काम किया है। देश-दुनिया में कुछ भी ऐसा हो जाये जो बॉलीवुड माफियाओं के अनुरूप नहीं हैं तो सो कॉल्ड बुद्धिजीवी सड़कों पर तख्तियां लेकर आ जाते हैं। लेकिन बॉलीवुड का एक उभरता अभिनेता जिसकी मौत को अधिकांश लोग साजिश बता रहे हैं उसपर बॉलीवुड का कोई भी नामी चेहरा कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

अब कहा जा रहा है कि बॉलीवुड में एक बड़ी लॉबी सक्रिय है जो टैलेंट किलर है। वह लॉबी न्यू कमर और दूर-दराज से फिल्म नगरी में अपनी काबिलियत के बलबूते पहचान बनाने वालों को प्रताड़ित करने की भरपूर कोशिश करता है। इसी कारण कुछ कलाकारों का हौसला टूट जाता है। जब इंसान आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानियों से गुजरता है तो उसके सपने बिखरने लगते हैं।

सूत्र बताते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत से लगातार सात फिल्में साइन/एग्रीमेंट के बाद छीन ली गई। इसी संदर्भ में मुंबई पुलिस ने संजय लीला भंसाली, आदित्य चोपड़ा, महेश भट्ट सहित कई निर्देशकों से पूछताछ की है। लेकिन सुशांत से फिल्में छीनने की वजह क्या रही इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। लोग मुंबई पुलिस की कार्यवाही पर सवाल खड़ा कर रहे हैं। क्योंकि मुंबई पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के बॉलीवुड हस्तियों के साथ बहुत अच्छे सबंध हैं। मुंबई पुलिस के सलाना कार्यक्रम में बालीवुड की बड़ी-बड़ी हस्तियां शिरकत करती है। कई इतने रसूखदार है कि उनकी पहुंच सत्ता के गलियारों तक है।

सुशांत को न्याय दिलाने की मांग करने वालों का मानना है कि बॉलीवुड माफिया इस मामले की जांच में हस्तक्षेप कर सकता है। सच को दबाने की भरपूर कोशिश कर सकता है। इसलिए लोग इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। बॉलीवुड से जुड़े कई लोग सुशांत की मौत को आत्महत्या मानना जल्दीबाजी करार दे रहे हैं।

बॉलीवुड माफियाओं से पीड़ित कई कलाकारों ( अभिनेता, अभिनेत्री, सिंगर, कम्पोजर, डायरेक्टर) ने अब खुलकर बोलना शुरू कर दिया है और अपने-अपने अनुभव को मीडिया के सामने शेयर कर रहे हैं। इसकी शुरूआत अभिनेत्री कंगना राणावत ने की है और बॉलीवुड माफिया की करतूतों से अवगत भी करा रही हैं। कंगना के बाद सिंगर सोनू निगम ने अपने अनुभव को शेयर किया कि कैसे बॉलीवुड माफिया ने उन्हें घर बैठा दिया और पाकिस्तान से सिंगर कम्पोजर को बुलाकर काम दिलवा रहा है।

म्यूजिक कम्पोजर और ऑस्कर विनर ए आर रहमान ने एक बयान देकर बॉलीवुड में खलबली मचा दी है कि उन्हें भी बॉलीवुड गैंग ने पूरी तरह घर बैठा दिया है। ऑस्कर जीतने के बाद उन्हें काम मिलना बंद हो गया।

फिल्म एडिटर और साउंड डिजाइनर रेसुल पुकुट्टी ने कहा है कि स्लमडॉग मिलिनेयर की सफलता के बाद उन्हें बॉलीवुड के बड़े बैनर काम नहीं दे रहे हैं। वह छोटे-छोटे एवं रीजनल प्रोडक्शन हाउस के साथ काम कर अपनी आजीविका चला रहे हैं। उन्होंने माना कि उनके सामने एक समय ऐसा आ गया कि वह ब्रेकडाउन की कगार पर आ गये। रेसुल पुकुट्टी को स्लमडॉग मिलिनेयर में बेस्ट साउंड मिक्सिंग के लिए एकेडमी अवार्ड से नवाजा गया था। उन्होंने कहा कि एकेडमी अवार्ड जीतने के बाद बॉलीवुड के बड़े निर्माता-निर्देशकों का मेरे प्रति व्यवहार बदल गया।

अब तक ऐसे दर्जनों चेहरे मीडिया के सामने आकर अपनी व्यथा सुना चुके हैं जिनके पास कभी स्टारडम था, लेकिन एक साजिश के तहत उन्हें गुमनाम कर दिया गया।

टीवी चैनलों की डिबेट में अब लोग कह रहे हें कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जरूरत है। जिससे यह पता चल सके कि, वह कौन है जिसे दूसरों की सफलता से दिक्कत है और वह अपनी मर्जी से बॉलीवुड को हांकना चाहता है। नेपोटिज्म के लिए बदनाम बॉलीवुड में अगर कोई किसी की प्रतिभाओं को दमन करने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।

बहरहाल, बॉलीवुड में जो लोग कल तक गॉड फादर के रूप में देखे जाते थे अब उन्हें लोग टैंलेंट किलर के तौर पर देखने लगे हैं। बॉलीवुड के कई बड़े प्रोडक्शन हाउस पर अब खुलकर पीड़ित लोग आरोप लगा रहे कि उनके साथ ज्यादती की गई है। उनके कॅरियर को चौपट करने की भरपूर कोशिश की गई है। लॉबी और खेमेबाजी के चक्कर में उभरती प्रतिभाओं को बली का बकरा बना दिया जाता है।

आंतरिक सूत्र यह भी बताते हैं कि उभरते कलाकारों से अथवा न्यू कमर से बॉलीवुड के बड़े प्रोडक्शन हाउस एक बॉंड भरवा लेते हैं जिसमें एक साजिश के तहत कई फिल्में साइन करा लेते हैं। जबकि उसके साथ शर्त यह रख देते हैं कि जब तक यह सारी फिल्में पूरी नहीं हो जाती वह कलाकार किसी अन्य प्रोडक्शन हाउस के साथ काम नहीं कर सकता। इस तरह वह उभरता कलाकार अपने कॅरियर के पीक टाइम में अपना कीमती वक्त एक प्रोडक्शन हाउस को दे देता है।

अगर किसी कारणवश फिल्में एक तय समय तक बनकर तैयार और पर्दे पर प्रदर्शित नहीं हुई तो इसकी सबसे बड़ी कीमत उस उभरते कलाकार को चुकानी पड़ती है। अगर इस दौरान वह कलाकार प्रोडक्शन हाउस के मालिकों के साथ किसी तरह का सवाल-जवाब करता है तो ये बॉलीवुड माफिया उसके कॅरियर को चौपट करने में कोई कसर बाकी नहीं रखते। इतना ही अपने बैनर से तो उसे बाहर कर ही देते हें, दूसरे प्रोडक्शन हाउस में भी काम नहीं करने देते। इस नेक्सस में शामिल बॉलीवुड के बड़े-बड़े लोग बेपर्द हो चुके है।

अगर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी जाती है तो, यकीन मानिये इस जांच की आंच में कई सफेदपोशों के चेहरे भी बेनकाब होंगे जो बॉलीवुड में उभरती प्रतिभाओं को लीलने का काम करते हैं।

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