बॉलीवुड ड्रग्स कनेक्शन: एनसीबी की जांच की दिशा भटकाने की कोशिश!

साजिश, सियासत, तर्को और कुतर्को का सहारा

एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर साजिशन भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे है या उनके खिलाफ कोई सबूत सामने आयेगा, यह कहना मुश्किल है। लेकिन इतना तय है कि ड्रग्स संबंधी जांच अपनी दिशा से भटक जायेगी। बॉलीवुड से जुड़े लोग यही चाह रहे हैं कि हर हाल में इस जांच प्रक्रिया को रोकी जाये। अगर ऐसा नही हुआ तो बॉलीवुड के कई सफेदपोशों की कलई खुल सकती है। उनके रंगमिजाज बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है। जिन अभिनेता और अभिनेत्रियों को दर्शक अपना आइडल मानते हैं, उनकी एक झलक देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ जुटी जाती है, उनके चरित्र, छवि और लोकप्रियता दांव पर है। आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद शाहरूख खान की गिरती ब्रांड वैल्यू से बॉलीवुड के टॉप कलाकारों की नींद उड़ गई है। क्योंकि ड्रग्स के सेवन को लेकर बॉलीवुड के कई स्टार एनसीबी के रडार पर हैं।
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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की जांच और कार्यशैलियों से यह स्पष्ट हो रहे हैं की बॉलीवुड की रंगीन दुनिया के पीछे का स्याह सच अभी सामने आना बाकी है। ड्रग्स मामले में शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद बॉलीवुड के कथित सेलिब्रिटी बिलबिला उठे हैं। उन्हंें यह मंजूर नहीं है कि उनके खिलाफ कोई जांच करे, उनकी गिरेबान में कोई झांके। इसलिए एनसीबी को इस जांच से भटकाने एवं जांच को प्रभावित करने के लिए तर्को, कुतर्को का सहारा लिया जा रहा है। मनगढंत थ्योरियां गढ़ी जा रही है।

कोर्डिला क्रूज पार्टी में ड्रग्स लेने के आरोप में अब तक 32 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। लेकिन इनमें मुख्य चेहरा आर्यन खान है, क्योकि इसके पिता बॉलीवुड के बादशाह कहे जाते हैं। आर्यन की गिरफ्तारी के बाद शाहरूख खान की स्टारडम प्रभावित हो रही है। शाहरूख ने पिछले 25 सालों में जो हैसियत और शोहरत पायी है, बेटा आर्यन खान ने उसका पलीता लगा दिया। शाहरूख की ब्रांड वैल्यू गिर गई है। प्री बुकिंग विज्ञापन दिये गये हैं। पिछले सात सालो ंसे उनकी कोई फिल्म हिट नहीं जा रही है। शाहरूख की अपकमिंग फिल्म पठान पर ग्रहण लग गया है।

अब आते हैं मूल बिन्दू पर। आर्यन खान पर एनसीबी ने ड्रग्स को लेकर कई चार्जेज लगाये हैं। आर्यन की जमानत नहीं हो पा रही है। मेट्रोपोलिटन कोर्ट के बाद सेशन कोर्ट ने भी आर्यन खान को बेल देने से साफ इंकार कर दिया है। देश के टॉप वकील सतीश मानशिदें आर्यन खान की जमानत दिला पाने में नाकाम रहे। अब उनकी उम्मीद हाईकोर्ट पर टिकी है। मामला संदिग्ध होते हुए भी आर्यन के इस बात पर जिरह कर रहे थे कि उसने ने ड्रग्स नहीं लिया। उसके पास से ड्रग्स नहीं मिला, तो किस आधार पर आर्यन खान को एनसीबी ने गिरफ्तार किया है। वह अभी बहुत कम उम्र का लड़का है। आर्यन खान के वकील अतिआत्मविश्वासी थे कि इसके खिलाफ तो कोई केस हीं नहीे बनता है, इसलिए जमानत तो हर हाल में होनी है। विदित हो कि सुशांत सिंह मामले में गिरफ्तार अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को सतीश मानशिंदे ने ही जमानत दिलायी है। रिया चक्रवर्ती भी ड्रग्स मामले में गिरफ्तार हुई थी।

लेकिन, शुरूआत में ही एनसीबी ने सबको गच्चा दे दिया और आर्यन खान के वकील इसे समझ नहीं पाये। एनसीबी ने आर्यन खान की एक दिन की रिमांड मांगी थी, जिसे आसानी से कोर्ट ने दे दिया। इसी दौरान आर्यन खान के मोबाइल को अपने कब्जे में लेकर एनसीबी ने उसकी पूरी कुंडली खंगाल दी। आर्यन के मोबाइल से व्हाट्सऐप चैट से नित्य नये खुलासे हो रहे हैं। सूत्र बताते हैं आर्यन खान के व्हाट्सऐप चैट को विदेश मंत्रालय भेजा गया है और आगे की कार्रवाई के लिए विदेश मंत्रालय के आदेश का इंतजार किया जा रहा है।

आर्यन खान की व्हाट्सऐप चैट से बॉलीवुड की उभरती अभिनेत्री अनन्या पांडे का नाम सामने आया है। जिनसे एनसीबी ने कार्यालय में बुलाकर पूछताछ कर चुकी है और उन्हें दोबारा भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि आर्यन खान और अनन्या पांडे के मोबाइल फोन की जांच के लिए फोरेसिंक लैब भेजी गयी है।

फारेसिक जांच में फोन की डिलीट चैट और हिस्ट्री की रिकवरी की जायेगी। रिया चक्रवती के मोबाइल फोन की फोरेंसिक जांच के बाद ही बहुत कुछ खुलासा हुआ था। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। अब इन दोनों के मोबाइल फोन की जांच के बाद ही पता चलेगा कि एनसीबी का अगला कदम क्या होगा।

सूत्र बताते हैं कि कई स्टार और सेलिब्रिटी के बच्चे टेक्निकल एक्सपर्ट का सहारा लेकर अपने मोबाइल की चैट को डिलिट करा रहे हैं, ताकि उनमें से कुछ भी हासिल नहीं की जा सके। बहरहाल, मुंबई में एनसीबी की बढ़ती सक्रियता ने बॉलीवुड के धन्ना सेठों की नींद उडा दी है। जिन हाई प्रोफाइल पार्टी में प्रतिबंधित मादक पदार्थाें का खुलेआम इस्तेमाल होता है, उन पार्टी के आयोजकों की नींद उड़ गई है, क्योंकि वैसे आयोजक भी एनसीबी के रडार पर हैं।

बॉलीवुड की सेलिब्रेशन और पेज थ्री पार्टियों में ड्रग्स का जमकर इस्तेमाल होता है, यह सच्चाई कई बार उजागर हो चुकी है। इस कारोबार से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय स्तर के गैंग को पकड़ने के लिए पिछले एक साल से एनसीबी के अधिकारी मुंबई में डेरा जमाये हुए हैं। इस दौरान कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई है। कुुछ बेचने वाले हैं तो कुछ खरीदने वाले। लेकिन एनसीबी बड़ी मछली पकड़ने के चक्कर में आज भी लगी हुई है। इस संबंध में छोटी-छोटी गिरफ्तारियों से एनसीबी को बड़ी मछलियों तक पहुंचने का रास्ता आसान हो रहा है। हालांकि इस दौरान एनसीबी की काफी आलोचना भी हुई है कि छोटे-छोटे लोगों को पकड़कर एनसीबी क्या दर्शाना चाहती है। लेकिन एनसीबी के अधिकारी बिना किसी को कुछ जवाब दिये मुुबई में ड्रग्स पेडलरों को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया।

विदित हो कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या/ आत्महत्या मामले में ड्रग्स का एंगल पाये जाने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो सक्रिय हो गई। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सबूतों को मिटाने का भरपूर प्रयास किया गया। सबूतों को मिटाने के लिए चंद समय ही काफी होते है। वहां तो डेढ़ महीने बाद एफआईआर हुई है। यहीं से एनसीबी को लगने लगा कि दाल में कुछ काला है। काफी दबाव के बाद महाराष्ट्र की पुलिस ने सुशांत मामले में एफआईआर लिखी। इस मामले में जमकर सियासत भी हुई। सबूतों से छेड़छाड़ करने के भी आरोप लगे।

सुशांत की हत्या/आत्महत्या केस की जांच को लेकर महाराष्ट्र सरकार इतनी एग्रेसिव हो गई की मर्यादा की सीमाओं को भी लांघ गई थी जिसे पूरा देख रहा था। इस संदर्भ में बिहार में हुई एफआईआर के आधार पर जब बिहार पुलिस जांच के मुंबई पहुंची तो उन्हें कोरोना गाइडलाइन का हवाला देकर जांच दूर रखा गया। इसे लेकर देशभर में महाराष्ट्र सरकार की किरकिरी हुई थी और राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठने लगे थे।

लोग सवाल करने लगे कि अगर यह हत्या है या आत्महत्या तो इसकी जांच निष्पक्ष तरीके से राज्य सरकार क्यों नहीं करने दे रही है। जबकि इस घटना से संबंधित पल-पल की खबरों से उद्धव सरकार वाकिफ हो रही थी। क्यांेंकि लम्बे समय तक इसपर राष्ट्रीय चैनलों पर डिबेट होते रहे। देश के बुद्धिजीवियों ने, विपक्षी दल के नेताओं ने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा कर दिया था, कि इस मामले में राज्य सरकार का कौन सा हित छिपा है, जो अब जाकर स्पष्ट हुआ है।

महाराष्ट्र सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री का दामाद ड्रग पेडलर मामले में फंसने के कारण कोर्ट ने जेल भेज दिया है। सुशांत सिंह राजपूत तक ड्रग्स किसने पहुंचायी इस मामले में कई संदिग्ध हैं और जांच के दायरे में है। एनसीबी की जांच से बौखलायी महाराष्ट्र सरकार एनसीबी के अधिकरियों पर कई तरह के आरोप लगा रही है।

महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक जिन्होंने एनसीबी की कार्यशैलियांें पर सवाल खड़ा करते हुए जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को जेल में डालने की धमकी दी है। ऐसा लग रहा है कि उन्हें फर्जी केस में फंसाने की साजिशे भी रची जाने लगी है। एक अनजान गवाह का बयान मीडिया की सुर्खियों में है। उक्त गवाह के मुताबिक, उसने आर्यन खान मामले में 25 करोड़ की डील की बात सुनी थी, जिसे एनसीबी ने सिरे से खारिज करते हुए जांच से भटकाने वाला कदम बताया है।
बहरहाल, अगर इस मामले की जांच की आंच दूर तक जाती दिख रही है और इस जांच में अड़चने डालने की भी कोशिशें की जा रही है।

बॉलीवुड के रसूखदार लोग एनसीबी की जांच से बिलबिला उठे हैं। जावेद अख्तर का कहना है कि एनसीबी के अधिकारी जानबूझकर सेलिब्रिटियो के बच्चों को टारगेट कर रहे हैं। वह इसे अपराध मानने को तैयार ही नहीं हैं। उनकी नजर में तो यह सब सामान्य बाते हैं। पिछले तीन -चार दशकों से बॉलीवुड से जुड़े कुछ लोग इस देश की सिस्टम से खुद को उपर मानकर चल रहे थे। शायद उनके लिए संविधानिक नियम कानून बहुत छोटी बात है। ऐसा नहीं है ड्रग्स मामले में बॉलीवुड पहली बार बदनाम हो रहा है। लेकिन इस बार जांच की आंच उनकी गर्दन तक पहुंच रही है। उनके धर तक पहुंच रही है। उनके बच्चे जांच की जद में आ गये हैं। जिस कारण उनकी बौखलाहट साफ तौर पर दिख रही है। जांच का परिणाम क्या होगा, यह कहना मुश्किल है। क्योंकि, एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर विजिलेंस ने जांच शुरू कर दी है।

समीर वानखेड़े पर साजिशन भ्रष्टाचार के आरोप लगाये जा रहे है या उनके खिलाफ कोई सबूत सामने आयेगा, यह कहना मुश्किल है। लेकिन इतना तय है कि ड्रग्स संबंधी जांच अपनी दिशा से भटक जायेगी। बॉलीवुड से जुड़े लोग यही चाह रहे हैं कि हर हाल में इस जांच प्रक्रिया को रोकी जाये। अगर ऐसा नही हुआ तो बॉलीवुड के कई सफेदपोशों की कलई खुल सकती है। उनके रंगमिजाज बच्चों का भविष्य दांव पर लग सकता है। जिन अभिनेता और अभिनेत्रियों को दर्शक अपना आइडल मानते हैं, उनकी एक झलक देखने के लिए लाखों की संख्या में भीड़ जुटी जाती है, उनके चरित्र, छवि और लोकप्रियता दांव पर है। आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद शाहरूख खान की गिरती ब्रांड वैल्यू से बॉलीवुड के टॉप कलाकारों की नींद उड़ गई है। क्योंकि ड्रग्स के सेवन को लेकर बॉलीवुड के कई स्टार एनसीबी के रडार पर हैं।

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