नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के खुरेजी में स्थित विवेकानंद योगाश्रम में 25 फरवरी 2022 को गरीबों और जरूरतमंदों के बीच दवा एवं व़स्त्रों का वितरण किया गया। विवेकानंद योगाश्रम के निदेशक आचार्य डॉ. विक्रमादित्य की पहल पर समय-समय कभी अनाज तो कभी दवा एवं जरूरी संसाधनों को गरीबों के बीच वितरण किये जाते रहे हैं। विशेषकर कोरोना काल के मद्देनजर विवेकानंद योगाश्रम ने जनकल्याण हेतु इसे एक मिशन के तौर पर लिया है।
लगभग 100 से ज्यादा गरीबों और जरूरतमंदों के बीच दवा एवं वस्त्रों का वितरण किया गया। आस-पास के अलावा दूर-दराज से भी कई जरूरतमंद लोग आये हुए थे। जिन्हें संस्थान द्वारा अनाज एवं वस्त्र दिये गये।
संस्थान द्वारा हमेशा मुफ्त स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाये जाते हैं। संस्था द्वारा पिछले दो साल से लगातार मास्क, सैनिटाइजर और संबंधित साम्रगियां बांटी जा रही है।
आचार्य डॉ. विक्रमादित्य का कहना है कि, कोरोना के मामले भले ही कम होते जा रहे हैं लेकिन इससे उबर पाने काफी समय लगेंगे। कोरोना के कारण कई लोगों के रोजगार खत्म हो गये। कोरोना ने आजीविका पर बड़ी चोट पहुचाई है।
उन्होंने कहा कि, हमारे आश्रम में कई ऐसे लोग आये जो कहीं मजदूरी करते थे अथवा सड़कों के किनारें कुछ बेचकर अपनी आजविका चलाते थे। लेकिन वह कोरोना काल में पूरी तरह बेरोजगार हो चुके थे। आश्रम ने उन सभी को सहारा दिया है, जो यहां पहुचे थे। उन्हें भोजन, दवा, वस्त्र, मास्क, सैनिटाइजर जैसी जरूरी वस्तुएं आश्रम द्वारा मुहैया करायी गई। आश्रम द्वारा आज भी ऐसे कार्य लगातार किये जा रहे हैं।
वर्तमान में जो परिस्थितियां हम सभी के सामने उसके देखते हुए एक दूसरे का सहयोग करना आवश्यक है। आपसी सहयोग से ही हम कोरोना को हरा सकते है। कोरोना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। आने वाले समय में भी कोरोना का उतार-चढ़ाव बना रहेगा। ऐसे में हम सभी को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के साथ-साथ साथ मानवीय पहलुओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए।