“वोटर अधिकार यात्रा” में प्रियंका गांधी की एंट्री होते ही माहौल पूरी तरह चुनावी हो गया है। राहुल- प्रियंका की सक्रियता ने विपक्ष को मजबूती प्रदान की है। कई विपक्षी दलों के शामिल होने से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पूरी तरह चुनावी जंग में बदलती दिख रही है।
वोटर अधिकार यात्रा सेे विपक्षी गठबंधन को एक नया मंच मिला है। इसी बहाने सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का जुटान हो रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में 1300 किलोमीटर की वोटर अधिकार यात्रा का बिहार विधानसभा चुनाव में विपक्षी दल कितना लाभ उठा पायेंगे यह तो समय बतायेगा, लेकिन इतना जरूर कह सकते हैं कि बिहार में इस प्रायोजित यात्रा से मौसम चुनावी हो गया है। विपक्षी दलों को केन्द्र सरकार, चुनाव आयोग और बिहार सरकार को कोसने का अच्छा मौका मिला है।
वोटर अधिकार यात्रा के दौरान “एक बिहारी सब पर भारी” कह कर तेजस्वी यादव ने मोदी को “जुमलेबाजी का सरताज” बताया। यही नहीं तेजस्वी ने मोदी को ‘वोट-चोर, वोट- चोर’ तक कहकर कर खुले मंच से चैलेंज किया। तेजस्वी ने कहा कि यदि मोदी में दम है तो देश के हर थाने में मेरे ऊपर एफआईआर दर्ज करें। “हम बिहारी हैं।” हम किसी से डरने वाले नहीं हैं।” यह बात तब सामने आई जब मोदी बिहार के दौरे पर निकले थे। तेजस्वी ने कहा कि मोदी जुमले की बाजार यानी जुमलों की बारिश करने बिहार आ रहे हैं। तेजस्वी ने उन्हें यहां तक आगाह करते हुए कहा कि मोदी ” बिहारियों को कमजोर समझने की भूल नहीं करें।”
उधर ‘सासाराम’ से शुरू हुई राहुल की “मतदाता अधिकार यात्रा” पहले दिन 6 घंटे में 7 किलोमीटर का सफर तय किया था। जहां सड़क के दोनों और हजारों की उत्साहित भीड़ उमड़ी थी। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ रोहतास जिले के सासाराम से शुरू हुई। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव अगले 15 दिनों तक सुबे की 25 जिलों में घूम कर “एसआईआर” के खिलाफ हल्ला बोलने निकले हैं। राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर पहले दिन एसपी जैन कॉलेज,आरा के मैदान में उतरा। उसके बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यात्रा को रवाना किया।
सासाराम के सुअरा हवाई अड्डा मैदान में आयोजित मतदाता अधिकार यात्रा को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री के इशारे पर बेईमानी कर रहा है। वोट की चोरी नहीं डकैती हो रही है, लेकिन बिहार से लोकतंत्र को समाप्त नहीं होने दिया जाएगा। बिहारी को वे कमजोर समझने की भूल न करें, मंहगा पड़ेगा।
वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी ने कहा कि वोट अधिकार यात्रा लोकतंत्र बचाने की यात्रा है। वोट चोरी कर सरकार बनाई जा रही है। वोट का अधिकार है तो बदलाव है, अन्यथा यह मुश्किल था। पहले इस देश में राजा महाराजा ही देश चलाते थे। लेकिन जब बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने संविधान द्वारा तय किया कि नागरिक तय करेंगे कि पीएम व सीएम कौन बनेगा? बाबा साहब ने हमें वोट का अधिकार दिया है। अगर वोट का अधिकार नहीं होता तो लालू यादव सीएम नहीं बनते। उसी प्रकार आज गरीब मल्लाह का बेटा भी नेता नहीं बनता। इसलिए मजबूती से वोट की रक्षा की लड़ाई लड़नी चाहिए।
सीपीआई माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि ‘वोट अधिकार यात्रा’ महज एक यात्रा ही नहीं है वरन् यह जन आंदोलन का आगाज है। कई चुनाव में वोट चोरी के बाद अब बिहार में दिन दहाड़े डाका डालने के लिए ये लोग आ रहे हैं। यह हमलोग नहीं होने देंगे। 65 लाख वोटरों के नाम काट दिए गए हैं और 22 लाख मतदाता मृत्यु घोषित कर दिए गए हैं। एक नौजवान मतदाता मिंटू पासवान को भी मृत बना दिया गया है। वह सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और बताया कि वह जिंदा है। यह नजारा मोदी के राज का है।
प्रतिपक्ष नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम बिहार में गरीबों के वोट की चोरी नहीं करने देंगे। वोटर अधिकार यात्रा संविधान बढ़ाने की लड़ाई है। पूरे देश में आरएसएस, भाजपा संविधान मिटाने का काम कर रही है। पूरे हिंदुस्तान से लोकसभा और विधानसभा चुनाव में वोट चोरी की जा रही है। पहले देश को मालूम नहीं था कि बूथ की चोरी कैसे की जाती है ? अब पूरे देश को पता चल गया है। इसलिए महाराष्ट्र, बंगाल, असम, बिहार आदि राज्यों में उनकी चोरी पकड़ कर जनता को दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने प्रेस वार्ता में चोरी की बात कही तो चुनाव आयोग ने हमसे शपथ पत्र मांगा। लेकिन जब भाजपा के लोग प्रेस वार्ता करते हैं, तो उनसे शपथ पत्र क्यों नहीं मांगा जाता ?
राहुल गांधी ने जाति जनगणना और आरक्षण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे दबाव में मोदी सरकार ने कह दिया कि हम जातीय जनगणना करायेंगे। । इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर जाति जनगणना कराकर आरक्षण की 50 फीसदी की दीवार ढहायेंगे। राहुल गांधी ने कहा मैं झूठ नहीं बोलता। मेरा दावा है कि बिहार से ही आती है हिंदुस्तान में क्रांति। इस कारण इस बार भी वोट चोरी के खिलाफ बिहार से ही क्रांति होगी यानी आंदोलन होगा। इधर बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पर सियासत तेज हो गई है।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की यात्रा पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कटाक्ष किया है। उन्होंने दशकों तक कांग्रेस पर वोट चोरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे जनता को गुमराह करने चले हैं। “चोरी और सीना जोरी” की कहावत चरितार्थ हो रही है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मैं राहुल गांधी की हिम्मत की दाद देता हूं कि ‘पहले चोरी करो और फिर सीना जोरी करो।’ कांग्रेस ने वर्षों तक बिहार और देश के गरीबों, दलितों और वंचितों के वोट चुराई और अब जब मोदी के नेतृत्व की सरकार में उन्हें हक मिल रहा है, तो कांग्रेस घबरा उठी है।
उन्होंने प्रियंका की एंट्री पर भी कहा कि राहुल का साथ देने के लिए उनकी बहन प्रियंका भी बिहार आ पहुंची है और जनता को भ्रमित कर रही है। जनता अब इनके झांसे में आने वाली नहीं है। धर्मेंद्र प्रधान ने तेजस्वी और रेवंत रेड्डी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन में जिन नेताओं की टोली साथ में चल रही है और राहुल गांधी के साथ मंच साझा कर रहे हैं, वे लोगों को भ्रमित करने वाले हैं। इस कारण धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल और प्रियंका गांधी को बिहार के लोगों से माफी मांगनी चाहिए। बार-बार बिहार और बिहारी का इन लोगों ने अपमान किया है। अब चुनाव आते यहां के जनता की याद उन्हें आई है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने “वोटर अधिकार यात्रा” को ‘नौटंकी’ बताया है। इधर प्रियंका की इस यात्रा में एंट्री होते ही माहौल पूरी तरह चुनावी हो गया है। राहुल प्रियंका की सक्रियता ने जहां विपक्ष को मजबूती प्रदान की है, वहीं भाजपा ने अपना आक्रामक रुख अपनाकर हमला बोला है। कई विपक्षी दलों के शामिल होने से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ पूरी तरह चुनावी जंग में बदलती दिख रही है।




