
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा होते ही गया जिला के निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी शशांक शुभंकर सहित अन्य अधिकारियों ने मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को बड़े स्तर पर सफल बनाने में जुट गए हैं। इस क्रम में हरिदास सेमिनरी स्कूल गया के प्रेक्षागृह में “स्वीप”कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता अभियान को सफल और सुव्यवस्थित संचालन हेतु मगध प्रमंडल आयुक्त सफ़ीना ए.एन., जिला निर्वाचन पदाधिकारी शशांक शुभंकर, उप विकास आयुक्त नवीन कुमार, सहायक समाहर्ता सूरज कुमार, जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी दीपक चन्द्र देव, कला संस्कृति पदाधिकारी, डीपीआरओ, डी.पी.ओ.आई.सी.डी.एस. एवं जिला के अन्य वरीय पदाधिकारी गणों ने मिलकर शुरू किया।
इस अभियान के माध्यम से यह संदेश देने का कार्य किया गया कि अगले 11 नवंबर को मतदान के दिन अपने-अपने मतदान केंद्र पर पहुंचकर सभी मतदाता गण अपने बहुमूल्य वोट का अवश्य प्रयोग करें और लोकतंत्र को सशक्त बनाएं। जिले में मतदाता जागरूकता गतिविधियों का जन-जन तक सक्रिय होकर यह संदेश पहुंचाने के लिए स्कूली छात्र-छात्राओं, आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं, विकास मित्रों, स्काउट गाइड तथा आम नागरिकों एवं अन्य को भी यह कार्य कुशलतापूर्वक करने को कहा गया।
जिला प्रशासन की ओर से प्रखंड के बाल विकास परियोजना सी.डी.पी.ओ. के नेतृत्व में भी ग्रामीण क्षेत्रों में एवं जहां कम मतदान प्रतिशत वाले क्षेत्रों में घर-घर जाकर मतदाताओं को महत्व से अवगत कराने को कहा गया। गांव, कस्बा में रंगोली, प्रभात फेरी, साइकिल यात्रा, मोटरसाइकिल यात्रा आदि का अभियान तथा हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से भी इसे पहल करने का संदेश दिया गया। यह भी कहा गया कि “पहले मतदान, फिर जलपान।” “वोट है हमारा अधिकार, मतदान हमारा लक्ष्य” जैसे नारे लगाकर लोगों को प्रेरित करने का काम करना है।
बिहार विधानसभा 2025 को गया जिले में शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और भयमुक्त सफल चुनाव कराने को लेकर गया जिला के सभी एरिया बॉर्डर पर सघन जांच अभियान शुरू कर दिया गया है। इस अभियान में अभी-अभी हाल में ही बाराचट्टी थाना के समीप एक ट्रक से लगभग 684 किलोग्राम चरस गांजा को बिहार एवं उत्तर प्रदेश के एसटीएफ के जवानों द्वारा ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान पकड़ा गया, जिसमें दो वाहन और तीन लोगों को भी इस कांड में संलिप्ता के लिए पकड़ा गया है और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस पकड़े गए चरस व गांजाअनुमानित राशि 3 करोड़ 42 लाख बताया गया है।
इधर गया डीएम का एक फर्जी व्हाट्सएप बनाकर अधिकारियों को शातिर दिमाग वालों ने भेजी है और संदिग्ध मैसेज भेजने की कोशिश भी किया है। गया के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर के नाम से बीते मंगलवार को किसी असामाजिक तत्व द्वारा फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाए जाने से प्रशासनिक हल्का में एकाएक हड़कंप मच गया, वहीं इसे तुरंत जांच किए जाने पर यह फर्जी पाया गया। यह अकाउंट मोबाइल नंबर प्लस 843 76053164 से बनाया गया, जिसमें डीएम की तस्वीर प्रोफाइल फोटो के रूप में लगाई गई।
इस फर्जी अकाउंट से जिला स्तरीय कई पदाधिकारी को संदिग्ध मैसेज भेजे गए। मामले की जानकारी मिलते ही डीएम ने अधिकारियों को सतर्क किया और स्पष्ट निर्देश दिया कि इस व्हाट्सएप अकाउंट से आए किसी भी संदेश या आदेश पर ध्यान न दें। डीएम ने चेतावनी दी कि यह अकाउंट पूरी तरह फर्जी है और इसका जिला प्रशासन से कोई संबंध नहीं है। साइबर अपराध की गंभीरता को देखते हुए डीएम ने पुलिस उपाधीक्षक (साइबर सिक्योरिटी) को फर्जी अकाउंट की तकनीकी जांच कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा है कि प्रशासन ऐसे साइबर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई करेगा ताकि भविष्य में किसी भी व्यक्ति द्वारा सरकारी अधिकारियों की पहचान का दुरुपयोग न हो। साथ है आम जनता से भी डीएम ने अपील की है कि किसी भी संदेश या नंबर की सूचना तुरंत जिला प्रशासन या पुलिस को दें। प्रशासन ने सभी अधिकारियों और नागरिकों से सतर्क रहने की चेतावनी दी है।




