18वीं सदी का मगध का सशक्त जमींदार था सुंदर सिंह

टिकारी राज किला (भाग-2) 18वीं सदी का विख्यात इतिहासकार 'सैयद गुलाम हुसैन खान' ने अपनी पुस्तक" सियारूल मुताखरीन " में लिखा है कि सुंदर सिंह मगध का एक बड़ा सशक्त…

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बौद्ध से लेकर आधुनिक इतिहास का गवाह टिकारी राज का किला     (भाग-1)

टिकारी राज का किला अब अवशेष मात्र है भारत में बिहार राज्य के गया जिला अंतर्गत टिकारी राज का ऐतिहासिक किला महाभारत कालीन बाणासुर के साम्राज्य से फलता-फूलता बौद्ध ,मौर्य,…

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सात सांस्कृतिक कालों का साक्षी : बोधगया

सन् 1981 -82 में पुरातत्व निदेशालय बिहार द्वारा तारा डीह पुरातात्विक स्थल का पुनः खुदाई निदेशक डॉक्टर प्रकाश चरण प्रसाद के नेतृत्व में आरंभ की गई, जिसमें नवपाषाण काल से…

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विलुप्ति के कगार पर 4767 ई. पूर्व की गौरवमयी डांग सभ्यता

डांगी समाज की सभ्यता संस्कृति और बोली वन- प्रातंरों, पर्वत पहाड़ियों, नदी घाटी तथा मैदानी भागों में पनपी। गुजरात का डांग आहवा, उदयपुर की अहाड़ घाटी दांगी सभ्यता, सागर एरण…

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